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Dec 29, 2011

45th Hind Kesari

45th  हिंद केसरी टाइटल - संस्मरण -1


माननीय संसद सदस्य श्री अंजन कुमार यादव जी , जो एक अनन्य कुश्ती प्रेमी है, स्वयं भी एक अछे पहलवान रह चुके है , और आज कुश्ती खेल की दरिद्र अवस्था में भामाशाह की तरह कुश्ती पर तन मन  धन अर्पण किये हुए है ऐसे महान व्यक्ति के  बुलावे पर 45th हिंद केसरी टाइटल के लिए हैदराबाद जाना स्वीकार किया ! 
स्टेशन पर पहुंचा तो गाडी ३ घंटे देरी से चलने का मन बना चुकी थी, यूँ भी सरकारी गाड़ी है सोचा उन्हें क्या आफत पड़ी है , जब सरकारी ही सुस्त पड़ी है तो गाडी क्यों न थोड़ी देर सुस्ता ले ! पर मन कहाँ मान रहा था , चंचल मनः कृष्ण , वह तो हैदराबाद पहुँच चूका था, दिमाग के छोटे से हिस्से में एक बड़ा स्टेडियम और उसमे बने एक अखाड़े में पहलवानों का द्वन्द शुरू हो चूका था, २४ डिब्बों की ट्रेन में हम लगभग 250 -300  पहलवान और सम्बंधित लोग बैठे थे ! औसतन 20 -25  आदमी एक डिब्बे में , इस प्रकार सारे भारत से लोगों को निमंत्रण था , यूँ लगता था देश भर के पहलवान , गुरु खलीफा , और कुश्ती प्रेमी हैदराबाद  की ओर बढे चले आ रहे हैं ! देर रात हैदराबाद पहुंचे , स्टेशन पर  पूर्व हिंद केसरी जगदीश पहलवान आगंतुकों को रिसीव कर रहे थे , दिल्ली से लेकर हैदराबाद तक दंगल की सुचारू व्यवस्था के लिए वह दिलो जान से जुटे थे ! स्टेशन पर सबके लिए वाहनों की व्यवस्था थी अतः सब सज्जनों को होटल तक पहुँचाया गया ! गुरु हनुमान अखाड़े से आये  भगत सिंह पहलवान , जो की स्वयं भी तीन बार के हिंद केसरी रह चुके है , और ढेरों अन्य पुरस्कार जीत चुके है, उनके साथ ही दिल्ली से चला था , अतः स्टेशन  पर भी  साथ -२  हो लिए , होटल पहुँचने पर एक ही कमरे में दो लोगों की व्यस्था थी , सो वहां भी साथ रहने का निर्णय लिया ! वहीँ  पर सभी आगंतुकों के लिए बुफ्फेट का इंतजाम था ,  सो आते ही हैदराबाद की मशहूर बिरयानी के दर्शनों का सौभाग्य मिला !  अगले दिन पहलवानों के लिए वजन होने थे , सो  दोनों स्टेडियम की ओर चल पड़े !  हैदराबाद शहर  दंगल के कट आउट , पोस्टर , पर्चों से सराबोर था, हर चौक चौराहे पर बड़े बड़े कट आउट लगे थे जिससे दंगल की भव्यता का अंदाजा लगाया जा सकता था ! स्टेडियम पहुँचने पर देखा तैयारियां चल रही थी , मैदान के बीचो बीच  ईंटो की पक्की दीवार से अढाई फुट अखाडा बनाया जा रहा था जिसमे  मिटटी भरी जा रही थी , सुरमई लाल रंग की मिटटी फोटो ग्राफी में अलग ही प्रभाव दिखाती है, देश के बड़े नेताओं के विशाल कट आउट खड़े किये जा रहे थे , स्टेडियम के छतों पर विशाल गुब्बारों में दंगल की सुचना लहरा -२ कर पुरे हैदराबाद को रोमांचित कर रही थी, अखाड़े से कुछ दुरी पर मुख्य अतिथियों के लिए  एक विशाल मंच तैयार किया जा रहा था ! व् उसके बराबर २- अन्य गणमान्य व्यक्तियों के लिए, इलेक्ट्रोनिक मीडिया, दूरदर्शन , इत्यादि के लिए भी अखाड़े के ३ तरफ चौकियां तैयार की जा रही थे , अर्ध सैनिक बालों की टुकडियां अपने दैत्याकार ट्रकों से उतर रही थी !  विशाल  ढोलक , ढोल , इलेक्ट्रोनिक संगीत वाध्य , टेंट सामग्री , लोहे की रैलिंग्स, जैसे धीरे धीरे अपना स्थान पा रही थी ! व्यवस्था का  जायजा ले  कर, बाहर निकले तो  हमने हैदराबाद शहर घूमने का निर्णय लिया ! इसी बीच बदायूं के हरबंस पहलवान जिन्होंने हाल में ही उत्तर परदेश केसरी दंगल करवाया है, और उनके गुरु पंडित सत्यनारायण जी से भी मुलाकात हुई और सभी हैदराबाद की चार मीनार की ओर चल दिए !





















Hind Kesari - Rohit Patel Defeats Mousam Khatri

From Dattatray Jadhav



Kushti News

From Lokmat Maharashtra

Dec 22, 2011

Dec 13, 2011

Dakshin Puri Dangal in Memory of Budhi Pradan

By Deepak Ansuia Prasad

बुद्धि परधान स्मृति - विराट दंगल २७ नवम्बर २०११. विराट सिनेमा मैदान , दक्षिण पूरी , नई दिल्ली ! रविवार २७ नवम्बर को दक्षिण पूरी दंगल कमेटी द्वारा इक भव्य दंगल का आयोजन किया गया ! दंगल कमेटी ने दिल्ली और सभी पडोसी राज्यों को दंगल में शिरकत करने के लिए आमंतरित किया ! दंगल में हरयाणा, पंजाब, उत्तर परदेश व् राजस्थान इत्यादि परदेशों से आये हुए सभी प्रसिद्द अखाड़ों के पहलवानों ने भाग लिया ! दंगल विराट सिनेमा मैदान में आयोजित किया गया ! एक सुन्दर शामियाने में बने मंच पर बैठे अतिथि गण, चारों दिशाओं में दर्शकों का हज्जूम, सुन्दर मौसम और ढोल - ताशों की आवाज के बीच करतब दिखाते पहलवानों ने आज का दिन यादगार बना दिया ! कुश्ती के रेफ़री गुरु श्याम लाल अखाड़े के खलीफा बिशम्भर और राजिंदर पहलवान रहे ! आज़ाद पहलवान, विकास सूद, पदम् पहलवान, कपिल , सुनील नेगी राज सिंह, हरीश वर्मा , सदानंद पहलवान, दीपक पहलवान, रामसिंह, इत्यादि आयोजकों के अथक प्रयासों के परिणाम स्वरुप इस दंगल का का सफल आयोजन हुआ , कुश्ती प्रेमी ये लोग प्रशंशा और सराहना के पात्र है ! विधायक रमेश बिधुरी, दिल्ली पुलिस अ कमिशनर महिपाल जी, सतीश उपाध्याय , गुरु चरण घई, जयवीर राणा जी को मुख्य - अतिथि का सम्मान मिला ! दिल्ली पुलिस अ कमिशनर महिपाल जी की विशेष किरपा और व्यस्तता के बावजूद दंगल में शिरकत करने के लिए समय निकालने के लिए मैंने उन्हें बहुत -२ धन्यवाद और शुभकामनाएं दी , थाना अम्बेडकर नगर पुलिस विभाग की प्रशंशा भी करना बहुत जरूरी है क्योंकि पास में चल रहे अध्यात्मिक शिविर में हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों के बंदोबस्त के बावजूद उन्होंने दंगल में सुरक्षा और व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली ! इसके लिए उनकी में दुबारा भूरी -२ प्रशंशा करता हूँ. दंगल के आयोजकों ने अधिक्रम कुश्तियां करवाई , भरपूर इनाम बांटे , हारने वाले व् बराबर रहे पहलवानों को भी इनाम दिया गया ! उन्होंने बार -२ घोषणा की यदि किसी पहलवान का इनाम रह गया हो तो कमेटी से मिले ! गुरु जसराम अखाड़े के हिंद केसरी विक्रम पहलवान का पगड़ी पहना कर स्वागत किया गया ! इसी प्रकार गोटी पहलवान का भी स्वागत किया गया ! मशहूर पहलवान काला नाग ने अच्छी कुश्ती मारी और इनाम व् भरपूर तालियाँ बटोरीं ! इक अन्य कुश्ती में राजेश भाटी पहलवान ने अपने प्रतिद्वंदी को खूब खींचा लेकिन उसके बार बार बाहर भागने के कारण कुश्ती का फैसला ना हो सका ! दंगल की पहली और इनामी कुश्ती हिंद केसरी बद्री अखाड़े के बिरजू पहलवान और किशन पहलवान के बीच लड़ी गई, आधा घंटे से ज्यादा लड़ी गुई कुश्ती को अँधेरा होने की वजह से रोककर बराबर घोषित करना पड़ा , उन्हें इनाम की राशी को आधा कर बराबर बाँट दिया गया ! दंगल के समापन के बाद सभी अतिथियों समेत मुझे भी खान पान के लिए आमंतरित किया गया , जिसकी शानदार व्यवस्था भी देखने लायक थी ! भरपेट भोजन कर शानदार दंगल और भोजन की व्यवस्था के लिए आयोजकों को आशीर्वाद देते हुए घर लौट आया !



ENGLISH VERSION
On Nov. 27, wrestlers from many great akharas descended on Virat Cinema Ground for the Dakshin Puri Dangal. The dangal was organized in the memory of Budhi Pradhan, a social activist and head of Akhil Bhartiya Valmik Society.



Lots of prizes were awarded to the winning wrestlers and there were even consolation prizes for the defeated athletes. The organizing committee started from the prizes of 500/- and bouts were held like the prizes of 1100/-, 5100/-, 11000/-, 4100/- 15000/-, 21000/- and the fight for the first prize was for 31000/-

Raj Singh Atall wrestled Rehan of Punjab in a very long match that was eventually declared a draw. Rajesh Bhati of Guru Hanuman Akhara took on a younger wrestler who managed to escape Bhati’s attempts to pin him. But at the end of the bout he was breathless and almost fainted. Nardev Pahalwan of Samandar Akhara defeated his opponent after a long battle. A wrestler named Subhash defended beautifully against his opponent’s attack, countered the move and pinned the other wrestler.

A wrestler from Haryana named Sonu challenged Kala Nag aka the King Cobra. Kala Nag is a great wrestler and is largely undefeated. Sonu tried his best to capture the snake, but King Cobra slipped out of his grasp. Kala Nag tried to take Sonu down three times with a kalajung, or fireman’s carry. The fourth time it was a great success. Kala Nag finished him quickly to claim victory.

The first prize bout was between Birju Pahalwan and Kishan Pahalwan. Birju is a great wrestler who has won the Hind Kesari title and Kishan Pahalwan is Delhi Kesari. The two battled for a long time, but as the sun went down the match was declared a draw.

The renowned wrestler Vikram Pehlwan was also in attendance. Vikram has defeated a great wrestler recently and had a long match with a great Olympian wrestler that was eventually declared a draw. He was honored with Pagari and some cash at the dangal. He’s really a star in the world of Indian wrestling. People flocked around him to have their picture taken with him.

MLA Ramesh Bidhuri, Astt. Commissioner of Delhi Police Mahipal ji, were the chief guests at the dangal. Rajinder Pahalwan and Bishambhar Khalifa of Guru Shyam Lal Akhada Aya Nagar were referees.

Organizing committee: Vikas Sood (a social activist and mantra of madangiri block of BJP and also upadhyaksa of Mahasshi Valmik society), Azad Pahalwan of Dakshin Puri Akhara, Kapil Dev, Padam Pahalwan, Ramsingh, Manish Verma , Sadanand Pahlwan, Shankar Chugh, Jaiveer Rana, Gurcharan Ghei. Ambedkar Nagar police station the local community made it a memorable event. The MC was Somdev Chugh, and Sunil Negi recorded the bouts and was the cashier at the event.